EARTH
सौर मंडल के सभी ग्रहों में हमारी पृथ्वी ही एक ऐसा ग्रह है जहाँ जीवन संभव है इसीलिए कहा जाता है कि ये “धरती स्वर्ग है” | हमारे वैज्ञानिक लगातार धरती के अनजाने रहस्य सुलझाने में लगे हुए हैं|
पृथ्वी पर कुल कितना पानी है
ये तो आप जानते ही हैं कि पृथ्वी का 71 प्रतिशत हिस्सा पानी से ढका हुआ है. 1.6 प्रतिशत पानी ज़मीन के नीचे है और 0.001 प्रतिशत वाष्प और बादलों के रूप में है. पृथ्वी की सतह पर जो पानी है उसमें से 97 प्रतिशत सागरों और महासागरों में है जो नमकीन है और पीने के काम नहीं आ सकता. केवल तीन प्रतिशत पानी पीने योग्य है जिसमें से 2.4 प्रतिशत ग्लेशियरों और उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव में जमा हुआ है और केवल 0.6 प्रतिशत पानी नदियों, झीलों और तालाबों में है जिसे इस्तेमाल किया जा सकता है. एक अनुमान के अनुसार पृथ्वी पर कुल 32 करोड़ 60 लाख खरब गैलन पानी है. और एक रोचक बात ये भी है कि ये मात्रा घटती बढ़ती नहीं है. सागरों का पानी वाष्प बनकर उड़ता है, बादल बनकर बरसता है और फिर सागरों में जा समाता है. और ये चक्र चलता रहता है.
- पृथ्वी का सबसे निकट ग्रह शुक्र है
- पृथ्वी से ब्रहस्पति ग्रह ग्यारह गुना बड़ा है
- पृथ्वी शुक्र और मंगल के बीच में है
- पृथ्वी का एक उपग्रह चन्द्रमा है
- पृथ्वी का सूर्य का चक्कर लगाने को वर्षिकी गति कहते है
- पृथ्वी के गुरुतुवाकर्षण के विरूद्ध जाने के लिए रोकेट के लिए आवश्यक वेग 8 किमी / सेकंड है
- पृथ्वी एक मात्र एसा ग्रह है जिस पर जीवन है
पृथ्वी सौरमंडल का एकमात्र ऐसा ग्रह है, जिस पर जीवन है. धरती का घनत्व पूरे सौरमंडल में सबसे ज्यादा है.
(1) पृथ्वी को सूर्य से ऊर्जा मिलती है और यही ऊर्जा पृथ्वी की सतह को गरम करती है.
(2) सूर्य की ऊर्जा का कुछ भाग पृथ्वी और समुद्र की सतह से टकराकर वायुमंडल में बदल जाता है.
(3) पृथ्वी आकार में पांचवां सबसे बड़ा ग्रह है.
(4) पृथ्वी को सूर्य की एक एक परिक्रमा करने में लगे समय को सौर वर्ष कहा जाता है.
(5) आकार और बनावट में पृथ्वी शुक्र की तरह है.
(6) पृथ्वी का एकमात्र उपग्रह चंद्रमा है.
(7) पृथ्वी अपने अक्ष पर पश्चिम से पूरब की ओर 1610 किमी प्रतिघंटा की चाल से चक्कर लगाती है.
(8) पृथ्वी अपने अक्ष पर 23 घंटे 56 मिनट और 4 सेकेंड में एक चक्कर पूरा करती है, जिससे दिन और रात होते हैं.
(9) पृथ्वी पर ऋतु परिवर्तन, इसकी अक्ष पर झुके होने के कारण होता है.
(10) सूर्य के बाद पृथ्वी का सबसे नजदीकी तारा प्रॉक्सिमा सेन्चुरी है.
(11) पृथ्वी के सबसे ऊपरी सतह पर महासागर और महाद्विप टिके हुए हैं.
(12) पृथ्वी की पहली परत का निर्माण सिलिकॉन और एल्युमिनियम धातु से हुआ है.
(2) सूर्य की ऊर्जा का कुछ भाग पृथ्वी और समुद्र की सतह से टकराकर वायुमंडल में बदल जाता है.
(3) पृथ्वी आकार में पांचवां सबसे बड़ा ग्रह है.
(4) पृथ्वी को सूर्य की एक एक परिक्रमा करने में लगे समय को सौर वर्ष कहा जाता है.
(5) आकार और बनावट में पृथ्वी शुक्र की तरह है.
(6) पृथ्वी का एकमात्र उपग्रह चंद्रमा है.
(7) पृथ्वी अपने अक्ष पर पश्चिम से पूरब की ओर 1610 किमी प्रतिघंटा की चाल से चक्कर लगाती है.
(8) पृथ्वी अपने अक्ष पर 23 घंटे 56 मिनट और 4 सेकेंड में एक चक्कर पूरा करती है, जिससे दिन और रात होते हैं.
(9) पृथ्वी पर ऋतु परिवर्तन, इसकी अक्ष पर झुके होने के कारण होता है.
(10) सूर्य के बाद पृथ्वी का सबसे नजदीकी तारा प्रॉक्सिमा सेन्चुरी है.
(11) पृथ्वी के सबसे ऊपरी सतह पर महासागर और महाद्विप टिके हुए हैं.
(12) पृथ्वी की पहली परत का निर्माण सिलिकॉन और एल्युमिनियम धातु से हुआ है.
पृथ्वी की गतियाँ
पृथ्वी अपने अक्ष पर निरंतर घूमती रहती है। इसकी दो गतियाँ हैं-
पृथ्वी अपने अक्ष पर निरंतर घूमती रहती है। इसकी दो गतियाँ हैं-
घूर्णन (Rotation)
पृथ्वी के अपने अक्ष पर चक्रण को घूर्णन कहते हैं। पृथ्वी पश्चिम से पूर्व दिशा में घूमती है और एक घूर्णन पूरा करने में 23 घण्टे, 56 मिनट और 4.091 सेकेण्ड का समय लेती है। इसी से दिन व रात होते हैं।
परिक्रमण (Revolution)
पृथ्वी सूर्य के चारों ओर अंडाकार पथ पर 365 दिन, 5 घण्टे, 48 मिनट व 45.51 सेकेण्ड में एक चक्कर पूरा करती है, जिसे उसकी परिक्रमण गति कहते हैं। पृथ्वी की इस गति की वजह से ऋतु परिवर्तन होता है।
पृथ्वी की संरचना
पृथ्वी की रचना में निम्नलिखित तत्वों का योगदान है
- 34.6% आयरन
- 29.5% आक्सीजन
- 15.2% सिलिकन
- 12.7% मैग्नेशियम
- 2.4% निकेल
- 1.9% सल्फर
- 0.05% टाइटेनियम
- शेष अन्य
पृथ्वी की आकृति लध्वक्ष गोलाभ (Oblate spheroid) के समान है।
यह लगभग गोलाकार है जो ध्रुवों पर थोड़ा चपटी है।
पृथ्वी पर सबसे उच्चतम बिंदु माउंट एवरेस्ट है जिसकी ऊँचाई 8848 मी. है।
दूसरी ओर सबसे निम्नतम बिंदु प्रशांत महासागर में स्थित मारियाना खाई है जिसकी समुद्री स्तर से गहराई 10,911 मी. है।
पृथ्वी की आंतरिक संरचना कई स्तरों में विभाजित है। पृथ्वी की आंतरिक संरचना के तीन प्रधान अंग हैं-
ऊपरी सतह भूपर्पटी (Crust), मध्य स्तर मैंटल (mantle) और आंतरिक स्तर धात्विक क्रोड (Core)। पृथ्वी के कुल आयतन का 0.5' भाग भूपर्पटी का है जबकि 83' भाग में मैंटल विस्तृत है। शेष 16' भाग क्रोड है।
यह लगभग गोलाकार है जो ध्रुवों पर थोड़ा चपटी है।
पृथ्वी पर सबसे उच्चतम बिंदु माउंट एवरेस्ट है जिसकी ऊँचाई 8848 मी. है।
दूसरी ओर सबसे निम्नतम बिंदु प्रशांत महासागर में स्थित मारियाना खाई है जिसकी समुद्री स्तर से गहराई 10,911 मी. है।
पृथ्वी की आंतरिक संरचना कई स्तरों में विभाजित है। पृथ्वी की आंतरिक संरचना के तीन प्रधान अंग हैं-
ऊपरी सतह भूपर्पटी (Crust), मध्य स्तर मैंटल (mantle) और आंतरिक स्तर धात्विक क्रोड (Core)। पृथ्वी के कुल आयतन का 0.5' भाग भूपर्पटी का है जबकि 83' भाग में मैंटल विस्तृत है। शेष 16' भाग क्रोड है।
आस्ट्रिया के भूगोल शास्त्री स्वेज ने पृथ्वी की आंतरिक संरचा को 3 परतों में बांटा है !
1. सिआल (SIAL) – इस परत में Silica और Aluminium अधिकता मे पाए जाते है। इस परत की चट्टानों में अम्लीयता अधिक होती है।
2. सीमा (SIMA) – इस परत में Silica – Magnesium की अधिकता होती है। इस परत की चट्टानों में बेसाल्ट और ग्रेबों की अधिकता रहती है।
3. निफे (NIFE) – इस परत में Nikel और Iron होता है। इसी परत के कारण पृथ्वी की चुम्बकीय शक्ति (Magnetic Power) होती है।
आधुनिक भूगर्भ शास्त्रियों ने पृथ्वी की आंतरिक संरचना को 3 परतों में विभाजित किया है।
- भू-पटल (Crust)
- भू प्रवार (Mantle)
- क्रोड (Core)
(Crust) भू-पटल –
- यह पृथ्वी की सबसे ऊपरी और सबसे पतली परत है।
- इसकी मोटाई 16 किमी. से 40 किमी तक है। भू-पटल की औसत मोटाई 30 किमी. है।
- महाद्वीपीय भागों मे इसकी मोटाई 40 किमी. तक है।
- महासागरों के नीचे Crust की मोटाई 5 से 10 किमी. तक पाई जाती है।
- महाद्वीपीय Crust ग्रेनाइट और नीस चट्टानों की बनी होती है। जिसके ऊपर अवसादी (Sedimentary) चट्टानों की परत पाई जाती है।
- महासागरीय (Oceanic) Crust बैसाल्ट चट्टानों की बनी है।
- Crust और Mantle का सबसे ऊपरी भाग मिलकर स्थल मंडल बनाते है ! जिसकी गहराई 100 किमी तक है
- स्थल मंडल के नीचे दुर्बल मंडल का विस्तार है। इसकी गहराई 100 किमी से 200 किमी. तक है।
- यह दो भागों में विभक्त है – ऊपरी Crust और निचला Crust इन दोनों के बीच में कोनार्ड असंबद्द्ता पाई जाती है !
- निचले Crust के बाद Mantle शुरु होता है , तो इन दोनों यानी Crust और Mantle के बीच भी एक असंबद्द्ता पाई जाती है जिसे मोहो असंबद्द्ता कहते है !
(Mantle) भू-प्रवार –
- Mantle पृथ्वी की बीच वाली परत है जिसकी मौटाई 2900 किमी. तक है।
- Mantle के 2 भाग पाए जाते है। 1.ऊपरी Mantle :- इसकी गहराई 700 किमी. तक है। 2.निचली Mantle :- इसकी गहराई 700 किमी. से 2900 किमी तक है। इन दोनों के बीच रेपटी असंबद्द्ता पाई जाती है !
- इसके बाद Core शुरु होता है तो Mantle व Core के बीच जो असंबद्द्ता पाई ज़ाती है उसे हम गुटेनबर्ग असंबद्द्ता कहते है !
क्रोड (Core) –
- यह पृथ्वी की सबसे आंतरिक भाग है। जो Mantle के नीचे पृथ्वी के केन्द्र तक पाया जाता है।
- इसकी गहराई 2900 किमी. से 6371 किमी. तक है।
- Core को दो भागों में बांटा गया है आंतरिक Core और बाहरी Core ! इन दोनो के बीच जो असंबद्द्ता पाई जाती है उसे हम लेहमैन असंबद्द्ता करते है !
- पृथ्वी के समस्त आयतन (Volume) का 5% Crust , 83% Mantle और 17% Core पाया जाता है।
1. एक चम्मच मिटटी में इतने जीवित प्राणी होते हैं जितने इस धरती पर इंसान भी नहीं है
2. धरती के एक तिहाई धरातल रेगिस्तान से घिरा हुआ है
3. हमारी आकाशगंगा में करीब 2 अरब धरती जैसे ग्रह हैं ऐसा वैज्ञानिकों का अनुमान है
4. धरती के अंदरूनी हिस्से का तापमान सूरज के तापमान के ही बराबर है
5. शुरुआत में लोग ज्ञान ना होने के कारण धरती को सपाट मानते थे
6. सौर मण्डल में धरती ही अकेला ऐसा ग्रह है जहाँ पानी तीनों अवस्थाओं में मौजूद है – द्रव, गैस और ठोस
7. पिछले चालीस सालों में धरती से 40% जंगली जानवर (वन्य जीव) खत्म हो चुके हैं
8. धरती सौर मण्डल में अकेला ऐसा ग्रह है जहाँ पूर्ण सूर्यग्रहण होता है
9. सूरज के अंदर 13 लाख धरती समा सकती है
10. एक दिन में 24 घंटे नहीं होते बल्कि 23 घंटे, 56 मिनट और 4 सेकेण्ड होते हैं| यह वह समय है जो धरती, सूरज का एक चक्कर लगाने में लेती है|
11. अंटार्कटिका धरती का सबसे ठंडा, सबसे तेज हवाओं वाला और सबसे शुष्क महाद्वीप है
12. हम धरती के अंदर बैठे हुए 107,182 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार से लगातार सूर्य के चारों ओर घूम रहे हैं
13. हर दिन धरती के वातावरण में 100 से 300 टन कॉस्मिक डस्ट घुस जाती है
14. हर साल धरती पर करीब 5 लाख भूकंप आते हैं जिनमें से केवल 1 लाख भूकंप ही महसूस किये जाते हैं और केवल 100 भूकंप ही विनाश फैलाते हैं| बाकि भूकंप बहुत छोटे होते हैं जिनका पता भी नहीं चल पाता है
15. धरती के कोर (यानि अंदरूनी भाग) में इतना सोना मौजूद है कि धरती की पूरी सतह को सोने से ढका जा सकता है
16. क्रुबेरा (Krubera Cave) धरती की सबसे गहरी गुफा है जिसकी गहराई 2,197 मीटर है
17. कनाडा के ज्यादातर हिस्से में गुरुत्वाकर्षण धरती के बाकि हिस्सों के गुरुत्वाकर्षण से कम है| 1960 में इस बात को नोटिस किया गया था|
18. साल 2015 अन्य सभी सालों एक सेकेण्ड ज्यादा लम्बा था क्यूंकि धरती की परिक्रमा थोड़ी धीमी रही थी
19. धरती का 40% हिस्सा तो 6 देशों ने ही घेरा हुआ है
21. धरती पर टोटल जितनी एनर्जी है वो सूरज द्वारा धरती पर एक दिन में भेजी गयी एनर्जी का 1/10,000 वां हिस्सा भी नहीं है
22. धरती का केवल 1% पानी ही पीने योग्य है
23. चिली का अटाकामा मरुस्थल धरती का सबसे सूखा स्थान है जहाँ आज तक कभी बारिश नहीं हुई
24. धरती का 71% हिस्सा केवल पानी से घिरा हुआ है
25. धरती का सबसे ठंडा स्थान अंटार्कटिका है जहाँ -93.2°C तापमान रहता है
26. धरती पर कहीं ना कहीं रोजाना 10 से 20 ज्वालामुखी फटते हैं
27. ग्लोबल वार्मिंग की वजह से धरती की सतह का तापमान 1.5°F बढ़ चुका है
28. जीवाश्म इस बात का सबूत हैं कि मछलियां 53 करोड़ साल पहले भी मौजूद थी
29. धरती अकेली ऐसी ज्ञात जगह है जहाँ आग (fire) जलाई जा सकती है
30. रोजाना करीब 4 अरब पत्थर और पिंड अंतरिक्ष से धरती पर गिरते हैं
31. धरती की अंदरूनी गहराई में समुद्रों से 3 गुना ज्यादा पानी मौजूद है
32. धरती पर करीब 3.04 trillion यानि 30 खरब पेड़ हैं
33. इन्द्रधनुष गोल होता है लेकिन हमें केवल आधा ही दिखाई देता है क्यूंकि पृथ्वी के क्षितिज की वजह से आधा ढक जाता है
34. पिछले 40 सालों में धरती की एक तिहाई खेती की जमीन बंजर हो चुकी है
35. धरती पर केवल पानी ही जमी हुई अवस्था में है जबकि प्लूटो पर नाइट्रोजन, मीथेन और कार्बन मोनो ऑक्साइड भी जमी हुई अवस्था में हैं
36. करीब 5 अरब साल बाद सूर्य के अंदर की हाइड्रोजन, हीलियम खत्म हो जायेगी फिर सूरज लाल दहकता तारा बन जायेगा और मरकरी, वीनस व धरती को अपने अंदर समा लेगा
37. धरती पर हर घंटे 760 बार बिजली गिरती है
38. सूरज का गुरुत्वाकर्षण इतना ज्यादा है कि धरती पर 68 किलो की चीज़, सूरज पर 1905 किलो की बैठेगी
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